जाने अपना सिबिल स्कोर कैसे बढ़ाएं 5०० से 8०० तक
इस ब्लॉग में हम आपको बताएंगे कि कैसे आप अपना सिबिल स्कोर 500 से 800 तक बढ़ा सकते हैं। हमने कुछ सरल और प्रभावी उपायों को साझा किया है, जो आपकी मदद करेंगे।
क्रेडिट कार्ड्स ने हमारी ज़िन्दगी को काफी आसान बना दिया है। अब किसी भी ख्वाइश को पूरा करने के लिए ज़रूरी नहीं की आप इंतज़ार करें। आप क्रेडिट कार्ड से अपनी हर ज़रूरत की चीज़, बड़ी आसानी से ले सकते हैं और फिर धीरे-धीरे उस पैसे को चुका सकते हैं। क्रेडिट या लोन ने हमारी ज़िन्दगी में पैसे कि ज़रूरत को पूरा कर हमारी सहूलियत कई गुना बढ़ा दी है । लेकिन बात पैसों की हो तो कुछ सावधानियां बरतनी ज़रूरी हो जाती हैं। आप जब भी क्रेडिट कार्ड से खर्च करते हैं या लोन लेते हैं तो बैंक्स और फाइनेंस कम्पनीज न सिर्फ आपके खर्चे बल्कि आप इन्हे समय पर लौटाते है या नहीं, इस बात पर भी नज़र रखते हैं। और अगर आप ऐसा नहीं करते तो आपका क्रेडिट स्कोर कम हो जाता है। जिससे भविष्य में आपको लोन या क्रेडिट लेने में दिक्कत हो सकती है। तो ये ज़रूरी हो जाता है कि क्रेडिट या इएम्आई चुकाते वक़्त आप कुछ बातों का ध्यान रखें जिनसे आपके सिबिल स्कोर में सुधार हो।
क्यों ज़रूरी है एक अच्छा सिबिल स्कोर
एक अच्छा सिबिल स्कोर होना इसलिए भी ज़रूरी है क्योंकि इसी से पता चलता है कि आप उधार चुकाने में कितने सक्षम हैं और आगे की आपकी क्रेडिट लिमिट भी इसी बात से तय होती है। बैंक्स और फाइनेंस कम्पनीज सिबिल स्कोर देखकर ही आपको लोन देने का फैसला करती है। अगर आपका सिबिल स्कोर ७०० से ९०० के बीच है तो, आपको लोन लेने में कोई दिक्कत नहीं होगी। लेकिन अगर ये ५०० के नीचे है तो आपको परेशानी हो सकती है। कम सिबिल स्कोर, इस बात का संकेत है कि आप अपनी इएम्आई या क्रेडिट कार्ड बिल समय पर नहीं चुकाते। आप अपना सिबिल स्कोर ऑनलाइन भी चेक कर सकते हैं। आप बैंक या फाइनेंस कम्पनीज के वेबसाइट पर जाकर अपना सिबिल स्कोर जान सकते हैं।कैसे बढ़ाएं सिबिल स्कोर :
इसके लिए आपको कुछ बातों का ध्यान रखना पड़ता है -- अगर आप क्रेडिट कार्ड यूज़ करते हैं तो , अपनी पूरी क्रेडिट लिमिट ख़त्म ना करें। अपनी लिमिट का ७० फीसदी ही खर्च करें और बाकि ३० फीसदी बचा कर रखें। इससे ये पता चलता है कि आप अपने खर्चों के लिए सिर्फ क्रेडिट कार्ड पर ही निर्भर नहीं हैं।
- अगर किसी बैंक में आपका पुराना अकाउंट है तो उसे बंद ना करें। पुराना अकाउंट आपके बैंक या फिर फाइनेंस कम्पनीज से अच्छे रिश्ते को दिखाता है और इससे आपके क्रेडिट स्कोर में भी सुधार होता है।
- अगर आप अपनी इएमआई या क्रेडिट कार्ड बिल समय पर चुकाते हैं तो इससे आपकी क्रेडिट हिस्ट्री अच्छी रहती है और इससे भी आपका सिबिल स्कोर बढ़ाने में मदद मिलती है।
- आजकल बैंक्स या फाइनेंस कम्पनीज ग्राहकों को लुभाने के लिए तरह तरह के क्रेडिट कार्ड्स ऑफर करती हैं। लेकिन अगर आप एक अच्छा सिबिल स्कोर चाहते हैं तो मल्टीपल क्रेडिट कार्ड्स के चक्कर में ना पड़ें। अगर आपको वाकई में एक से ज़्यादा क्रेडिट कार्ड्स कि ज़रूरत हो तभी इसके लिए अप्लाई करें। बहुत सारे क्रेडिट कार्ड्स रखना इसलिए ठीक नहीं है क्योंकि बैंक्स या फाइनेंस कम्पनीज को ये मैसेज जाता है कि आपका सारा खर्चा क्रेडिट से ही चलता है और इससे आपका सिबिल स्कोर कम हो जाता है।
- अपनी क्रेडिट रिपोर्ट का ध्यान रखें और बराबर चेक करते रहें कि किसी लोन कि गलत एंट्री तो नहीं हो गयी, जो आपने लिया ही ना हो। ये आपके सिबिल स्कोर को पूरी तरह से ख़राब कर सकती है। इसलिए इसकी जानकारी होना बेहद ज़रूरी है।
- अपनी इएमआई समय पर चुकाते रहें। अगर आप पेनाल्टी के साथ इएमआई चुकाते हैं तो इससे भी सिबिल स्कोर पर बुरा असर पड़ता है।
- अगर आपके क्रेडिट कार्ड का बिल ज़्यादा है तो पर्सनल लोन लेकर इसका भुगतान करें। पर्सनल लोन का ब्याज दर कम होता है और इससे आप हर महीने अपनी इएमआई चूका सकते हैं। ये एक आसान तरीका है और ऐसा करने के बारें में ज़्यादा ना सोचें।
एक अच्छा सिबिल स्कोर आपको ना सिर्फ लोन आसानी से दिलाता है बल्कि आपको कम ब्याज दर पर भी लोन दिलाता है। इसलिए ज़रूरी है कि आप अपना सिबिल स्कोर अच्छा रखें। आप अपना सिबिल स्कोर इसकी ऑफिसियल वेबसाइट पर जाकर चेक कर सकते है। आई आई ऍफ़ एल कि वेबसाइट पर जाकर आप सिबिल स्कोर से समबन्धित जानकारी पा सकते है। तो आइंदा लोन लेने से पहले अपना सिबिल स्कोर और उससे जुडी बातों का ध्यान रखें और सिर्फ आज नहीं अपना कल भी आसान बनायें।
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